
जाेधपुर काेटा और जयपुर के सभी छह नगर निगमाें में मतदान सम्पन्न हाे चुका है। मतगणना 3 नवंबर को होगी, लेकिन बगावत और खरीद-फरोख्त के डर से भाजपा ने रविवार को ही जयपुर नगर निगम हेरिटेज के प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी कर दी। पार्टी ने इसे प्रशिक्षण का नाम दिया है, लेकिन पिछले बोर्ड में हुई बगावत की वजह से पार्षदों को शहर से 16 किमी दूर अजमेर रोड स्थित एक होटल में शिफ्ट किया गया है। जयपुर ग्रेटर नगर निगम के प्रत्याशियों को भी सोमवार दाेपहर तक किसी हाेटल में शिफ्ट किया जाएगा। उधर काेटा और जाेधपुर में भी बाड़ेबंदी की गई है।
हेरिटेज में मतदान के ठीक बाद ही भाजपा ने दावा किया था कि हेरिटेज में उन्हें 55 सीटो पर सीधी जीत मिल रही हैं। बोर्ड बनाने में दिक्कत नहीं हो, इसलिए भाजपा नेताओं ने बैठक कर पार्षदों को एक होटल में शिफ्ट करने का प्लान बनाया था, लेकिन उच्च स्तर पर चर्चा के बाद पार्टी ने तय किया है कि नतीजे आने से पहले ही प्रत्याशियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया जाए, यही वजह है कि आनन-फानन में ग्रेटर में मतदान के दौरान ही प्रत्याशियों को बसों के माध्यम से अजमेर रोड स्थित होटल शिफ्ट किया गया है। अभी तक कितने प्रत्याशी शिफ्ट हुए, इसकी पार्टी ने जानकारी नहीं दी है, लेकिन 90 से 95 के बीच प्रत्याशियों को होटल में शिफ्ट किया जा चुका है।
जैसे ही नतीजे आएंगे, हारे हुए प्रत्याशियों को घर भेज देंगे
3 नवंबर को नगर निगम चुनावों के परिणाम आएंगे। मतगणना के साथ-साथ जैसे-जैसे नतीजे आते जाएंगे, वैसे-वैसे हारने वाले प्रत्याशियों को उनके घर रवाना कर दिया जाएगा। जीतने वाले पार्षदों की संख्या कितनी है, उस हिसाब से पार्टी आगे की रणनीति तय करेगी। अगर नगर निगम बोर्ड बनाने लायक या उसके आसपास भाजपा प्रत्याशी जीतते हैं तो पार्टी कोई रिस्क नहीं लेगी और जीते हुए सभी पार्षदों को महापौर चुनाव होने तक होटल में ही रखा जाएगा।
ग्रेटर निगम के प्रत्याशियों को भी होटल में शिफ्ट करेंगे
पार्टी ग्रेटर के प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी की तैयारी भी की है, हालांकि पार्टी को यहां कम जोखिम दिखता है। संभावना है कि सोमवार तक ग्रेटर के प्रत्याशियों को भी चौमू के आसपास किसी होटल में शिफ्ट किया जा सकता है। सूत्र बताते हैं कि इस होटल में पार्टी ने 100 से ज्यादा कमरे बुक कराए गए हैं। अनुमान है कि 10 दिन की बाड़ेबंदी पर करीब 15 से 20 लाख रुपए खर्च होंगे। इसी तरह ग्रेटर के प्रत्याशियों की संख्या 150 से ज्यादा है। उन पर पार्टी को लाखों रुपए खर्च करने पड़ेंगे।
पार्षद के नतीजों के बाद मेयर चुनाव के बीच लंबा अंतराल
महापौर का चुनाव 10 नवंबर को होना है। मतगणना और महापौर चुनाव के बीच लंबा अंतराल होने से पार्टी को डर है कि पार्षद इधर-उधर ना हो जाएं, इसलिए उन्हें शिफ्ट किया है। बीजेपी दावा कर रही है कि हेरिटेज व ग्रेटर उसका बोर्ड बनेगा। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने ग्रेटर के मतदान के बाद रविवार को कहा- प्रशिक्षण के नाम पर बाड़ेबंदी की बात कोई नई नहीं है, राजनीतिक दलों में इस प्रकार की चीजें होना स्वाभाविक है।
क्यों पड़ी जरूरत? 2018 में विधानसभा चुनाव के बाद तत्कालीन महापौर अशोक लाहोटी सांगानेर से विधायक चुने गए थे। उनके महापौर पद से हटने के बाद भाजपा ने तत्कालीन उप महापौर मनोज भारद्वाज को महापौर पद का प्रत्याशी बनाया था, लेकिन भाजपा पार्षद विष्णु लाटा ने बागी होकर मनोज भारद्वाज के सामने पर्चा भर दिया। निवर्तमान बोर्ड में भाजपा के 64 और कांग्रेस के 18 पार्षद थे, लेकिन भाजपा के ही कुछ पार्षदों की बगावत की वजह से भारद्वाज हार गए और लाटा महापौर बन गए। तब भी भाजपा ने बाड़ेबंदी की थी, लेकिन कामयाब नहीं हो पाई।
कांग्रेस नेताओं ने कहा- बाड़ाबंदी की जरूरत नहीं, निगम चुनाव में मिलेगा स्पष्ट बहुमत
निगम चुनावों में मतदान खत्म होने के बाद एक तरफ जहां भाजपा अपने प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी में जुट गई है, वहीं कांग्रेस का कहना है कि उसे बाड़ाबंदी की जरूरत नहीं। निगम चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलेगा। परिवहन मंत्री व जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा की जयपुर जोधपुर और कोटा में दूसरे दौर के चुनाव में जयपुर के ग्रेटर नगर निगम और जोधपुर, कोटा के निगम चुनाव में कांग्रेस पार्टी स्पष्ट बहुमत हासिल करेगी।
जयपुर जोधपुर और कोटा की जनता ने भाजपा के झूठ फरेब धोखे और घमंड के विरोध में कांग्रेस पार्टी के उन्नति तरक्की और विकास के नारे के साथ कोरोना संकट के समय में कांग्रेस की गहलोत सरकार के द्वारा जनहित में किए गए ऐतिहासिक कार्यों पर मोहर लगाई है।
भाजपा इन पूरे चुनाव में धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की कोशिश करती रही और झूठे वादे झूठे इरादे करके लोगों को भ्रमित करने की कोशिश करती रही, लेकिन भाजपा का झूठ पकड़ा गया विजन डॉक्यूमेंट में भाजपा का धोखा और जनता के साथ किए गए छलावे को लोगों ने पकड़ लिया। भाजपा की इस मामले में खूब हंसी उड़ी, भाजपा ने जो वादे विजन डॉक्यूमेंट में किए हैं, वो वादे कांग्रेस की सरकार पूरे कर सकती है।
कांग्रेस जीत काे लेकर इसलिए भी ज्यादा उत्साहित नजर आ रही है क्याेंकि हेरिटेज के 100 में से करीब 40 वार्ड मुस्लिम बाहुल्य आबादी वाले हैं। ग्रेटर में भी वोटिंग प्रतिशत पिछले चुनाव से दो प्रतिशत कम रहा है और कांग्रेस के परंपरागत वोटर मतदान की कतारों में नजर आए हैं। हालांकि दोनों ही निगमों में कांग्रेस के बागी और वर्ग विशेष के निर्दलीय पार्टी का गणित बिगाड़ सकते हैं।
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