इंडिया टीम के पूर्व सेलेक्टर के श्रीकांत ने चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की युवाओं को मौका नहीं देने पर आलोचना की है। उन्होंने प्लेइंग इलेवन में केदार जाधव और पीयूष चावला को भी टीम में शामिल किए जाने पर सवाल उठाए थे।
श्री कांत ने स्टार स्पोर्ट्स तमिल से बात करते हुए कहा- मैं स्वीकार नहीं करूंगा कि धोनी क्या कह रहे हैं। आप प्रक्रिया के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन चयन प्रक्रिया ही गलत है।
उन्होंने कहा “धोनी के क्या डील हैं? वह कहते हैं कि जगदीशन में स्पार्क नहीं है, क्या जाधव में स्पार्क है? यह बकवास है। मैं इस जवाब को स्वीकार नहीं करता हूं। धोनी कहते हैं की यह सब प्रक्रिया है। अब जब चेन्नई की टूर्नामेंट में उम्मीद खत्म हो चुकी है। दबाव नहीं रहेगा। ऐसे युवाओं को मौका देंगे।"
उन्होंने आगे कहा “ जगदीशन के बारे आप कह रहे हैं, कि युवाओं में स्पार्क नहीं है। पीयूष चावला और केदार जाधव में उन्हें किस तरह का स्पार्क दिखा? करण शर्मा ने दो विकेट लिए। धोनी महान खिलाड़ी हैं, लेकिन मैं उनके इस विचार से सहमत नही हूं।”
युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जाएगा
धोनी ने सोमवार को चेन्नई की सातवीं हार के बाद कहा था, कि बचे हुए आगे के मैचों में युवाओं को मौका देंगे। क्योंकि प्लेऑफ में जाने का दबाव खत्म हो गया है। वे बिना दबाव में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। धोनी ने कहा था की युवाओं को अब तक इसलिए मौका नहीं दिया क्योंकि वे उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए। उनका प्रदर्शन ऐसा नहीं था कि टीम मैनेजमेंट सीनियर्स प्लेयर्स को ड्रॉप कर उन्हें लेने के लिए मजबूर हो सके।
जगदीशन ने एक मैच में बनाए 33 रन
युवा खिलाड़ी नारायण जगदीशन को एक मैच में मौका मिला था। जगदीशन ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ खेले मैच में 33 रन बनाए थे। जबकि ऋतुराज गायकवाड़ को दो मैच खेलने का मौका मिला। जिसमें उन्होंने 5 रन बनाए थे।
जाधव ने बनाए 62 रन
केदार जाधव ने 8 मैचों में 62 रन बनाए। वहीं पीयूष चावला राजस्थान के खिलाफ मैच में सोमवार को 3 ओवर में 32 रन दिए थे। उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला था।
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