पहले एक व्यक्ति फिर पूरा परिवार संक्रमित; ब्यूरोक्रेट, डॉक्टर, एमएलए शामिल, कम्युनिटी स्प्रेड तो कारण नहीं है ?

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बिना लक्षण वाले लोग संक्रमण नहीं फैला सकते, लेकिन इसका उलट देखने को मिल रहा है। जयपुर समेत जोधपुर, अजमेर, बीकानेर, कोटा, उदयपुर, अलवर, सीकर, झुंझुनूं में बिना लक्षण वालों संक्रमण से पूरा परिवार ही संक्रमित होने लगा है। राजधानी में ही ब्यूरोक्रेट, डॉक्टर फैमिली, सांसद, एमएलए के खुद, पत्नी और लड़का-लड़की तक पॉजिटिव मिल रहे हैं।

यह कम्यूनिटी स्प्रेड का कारण माना जा रहा है। खास बात ये है कि बिना लक्षण वाले एक-दूसरे से संक्रमण नहीं फैलता। और फैलता भी है, तो कम। लेकिन एक साथ बैठकर खाना खाने, बंद खिड़की के कमरों में जोर-जोर से बोलने से संक्रमण के मामले देखने को मिल रहे है। डॉक्टरों का कहना है कि बिना लक्षण वाले मरीजों में सॉर्स का पता नहीं चल पा रहा है।

वायरस कम्यूनिटी स्प्रेड होने से डॉक्टरों ने आमजन को हरेक तरह से सतर्क रहने तथा घर में भी मास्क लगाकर बाहर जाने की अपील की है। ऐसे में एंटीजन, एंटीबॉडी टेस्ट कराकर संक्रमण को फैलने से रोक सकते है। भास्कर ने डॉक्टरों से बातचीत करने पर कहा कि बिना लक्षण वाले लोग संक्रमण फैला सकते हैं। एक व्यक्ति से पूरा परिवार संक्रमित के मामले देखने को मिल रहे है।

घर में वायरस फैला सकता है संक्रमण

अधिकतर घरों में तीन से चार लोग एक साथ एक ही छत के नीचे रहते हैं। ऐसे में घर भी एक भीड़-भाड़ वाली जगह है। ये जोखिम पूर्ण है क्योंकि वायरस के घर के अंदर फैलने की आशंका ज्यादा रहती है। किसी भी एक व्यक्ति के संक्रमित होने पर उसका परिवार एक क्लस्टर की तरह बन जाता है। कोरोना वायरस का संक्रमण संपर्क से और संपर्क की गई वस्तुओं से फैलने से अधिक बढ़ता है। एक व्यक्ति के संक्रमित होने के बाद लगभग सभी लोग संक्रमित हो सकते है। इसलिए सोशल डिस्टेसिंग रखना अनिवार्य है।

केस 1 : वैशाली नगर निवासी व्यापारी स्वयं, पत्नी और बेटा-बहू पॉजिटिव मिले। सात दिन बाद दो पोते और एक पोती की आईजीजी एंटीबॉडी जांच कराने पर संक्रमण की पुष्टि हुई। यानि एंटीबॉडी विकसित हो गई। इसका मतलब बिना लक्षण वालों में साइलेंट कोरोना आया और चला भी गया।

केस 2 : विधायक की पत्नी और पुत्र व पुत्री की रिपोर्ट कोरोना मिली। इसके बाद विधायक जांच कराने पर रिपोर्ट में संक्रमित पाए गए हैं। परिवार के सभी सदस्य होम आइसोलेट हैं।

केस 3 : आईएएस पद पर कार्यरत एक व्यक्ति भी पॉजिटिव पाए गए हैं। उनकी पत्नी भी संक्रमित मिली है। इसी तरह सीएमओ में कार्यरत एक अधिकारी का परिवार कोरोना संक्रमित है।

केस 4 : एसएमएस के सीनियर डॉक्टर और पत्नी पॉजिटिव मिले हैं। पति-पत्नी होम आइसोलेट होकर इलाज ले रहे हैं।

भास्कर एक्सपर्ट पैनल
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी, एसएमएस अस्पताल के पूर्व अधीक्षक व अस्थमा रोग विशेषज्ञ डॉ. वीरेन्द्र सिंह, मेडिसन के डॉ. रमन शर्मा, आरयूएचएस के कोविड प्रभारी डॉ. अजीत सिंह, डॉ. एन.बी.राजोरिया



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फाइल फोटो


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