करीब सात महीने की हील हुज्जत के बाद नगर निगम ने बंदर पकड़ने का टेंडर कर दिया है। संभवत: 31 अक्टूबर से बंदरों को पकड़ने का अभियान प्रारंभ कर दिया जाएगा। शुरुआत में अटल बंध, किला और रणजीत नगर में पिंजरे रखवाए जाएंगे, क्योंकि यह बंदरों की संख्या ज्यादा है। माना जाता है कि शहर में दो हजार से ज्यादा बंदर हैं जो दिन भर शहर में धमाचौकड़ी करते घूमते हैं।
बंदरों के कारण लोगों का जीना हराम होता जा रहा है। इसलिए अधिकांश पार्षद लगातार बंदर पकड़ने का टेंडर किए जाने की मांग करते रहे हैं। लेकिन नगर निगम ने सात महीने बाद टेंडर कर दिया है। ज्ञात रहे कि मार्च के आखिर में बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाया था। इस दौरान मंकी बाइट की कई बड़ी घटनाएं हुई हैं।
आरबीएम अस्पताल में जिलेभर से रोजाना करीब 125 लोगों को आवारा बंदर और कुत्ते काटने के केस आते हैं। अस्पताल प्रशासन के पास कुत्ते और बंदर द्वारा काटने के आंकड़े अलग-अलग नहीं हैं। क्योंकि एक ही इंजेक्शन लगता है, इसलिए रिकॉर्ड में ये आंकड़े डॉग बाइट के नाम से ही दर्ज होते हैं। आयुक्त नीलिमा तक्षक ने बताया कि टेंडर हो गए और कल/परसों से बंदर पकड़ने का अभियान प्रारंभ हो जाएगा।
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